ORS Full Form – ORS क्या है?

जब आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो डॉक्टर सबसे पहले आपको ORS घोल पीने की सलाह देते हैं। लेकिन हम ORS के बारे में कितना जानते हैं? अगर आप इसके बारे में ज़्यादा नहीं जानते तो कोई बात नहीं इस पोस्ट में जानते है। तो आज हम आपको बाताएंगे की ORS फुल form क्या है? और ORS क्या होता है? साथ ही साथ हम बाताएंगे की ORS कैसे बनाये? तो आइए जानते हैं-

ORS full form in Hindi

ORS का फुलफॉर्म – Oral Rehydration Solution।

ORS in Hindi – ओरल रिड्रेशन सलूशन।
इसका मतलब साधारण निर्जलीकरण चिकित्सा होता है। यह कुछ साधारण तरह की बीमारियों को ठीक करने के काम आता है।

ORS क्या होता है?

यह एक तरह का Solution(घोल ) होता है जिसका इस्तेमाल दस्त रोकने या फ़िर Dehydration(निर्जलीकरण) यानि पानी की कमी को रोकने के लिए किया जाता है। जब किसी व्यक्ति या बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो उसे ORS का घोल पिलाया जाता है। इसे आमतौर पर जीवन रक्षक घोल भी कहते हैं। यह निर्जलीकरण को रोकने के लिए एक किफ़ायती और प्रभावशाली उपाय है। इसको पीने के बाद शरीर को इलेक्ट्रॉल्स, ग्लूजकोज और जल की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है।

ORS कैसे बनाये?

अगर आपने दुकान से ही ORS का पैकेट ख़रीद लिया है तो आप साफ़ पानी के साथ ORS का घोल तैयार कर सकते हैं। अगर आप घर पर ही ORS या जीवन रक्षक घोल बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आप चीनी और नमक को बराबर मात्रा में साफ़ पानी में घोल कर तैयार कर सकते हैं जल्द से जल्द रोगी को पिला सकते हैं।

ORS का इस्तेमाल कब करे?

अगर व्यक्ति को दिन में तीन बार से अधिक उल्टी या दस्त आये तो उसे ORS का घोल पिलाना सुरु कर देना चाहिए। जब किसी बच्चे को दस्त लग जाये तो उसे ORS का घोल देना चाहिए। शिशुओं कस लिए ये किसी संजीवनी से कम नहीं। कई मामलों में डायरिया 2-3 दिनों में ORS या जिंक का घोल देने पर ठीक हो जाता है। अगर ऐसा नहीं होता तब उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

ORS का इस्तेमाल कैसे करे?

ORS डायरिया और शरीर में पानी की कमी के दुष्प्रभाव को कम कर देता हैं। जब बच्चे को बार बार दस्त आये तो उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है और डायरिया का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में उपचार के लिए ORS काफ़ी कारगर है।

ORS का घोल बनाने से पहले अपने हाथ अच्छे से धो लें। एक साफ बर्तन में ORS डाले और पर्याप्त मात्रा में साफ पानी भी डालें। ORS का घोल केवल साफ़ पानी के साथ ही बनाये। बच्चे को एक कप के ज़रिये ORS पिलाए अगर पीकर बच्चा उल्टी करता है तो थोड़ी देर रुक कर फिर पिलाएं।
दो साल से कम उम्र के बच्चों को 75 से 125 ml ORS या जिंक का घोल पीना चाहिए और दो साल की उम्र से अधिक के बच्चों को 130 से 250ml तक र्स या जिंक का घोल पीना चाहिए। ये डायरिया के दुष्प्रभाव को कम कर देता हैं।

ORS की history

सन्न 1978 से पहले लाखो लोग डायरिया से अपनी जान गवाँ बैठते थे। सन 1978 में World Health Organization(W।H।O।) ने घर में उपलब्ध सामान के ज़रिये Oral Rehydration Therapy यानि की ORS और ORT की शुरुआत की, जिसके बाद इस आंकड़े में धीरे धीरे कमी आने लगी। इस इलाज़ के ज़रिये डायरिया से होने वाली मौतों में काफ़ी कमी आयी। इसकी उपयोगिता को दुनिया भर में सराहा जाता है।

ORS पोस्ट पर हमारी राय

ORS कितना ज़रूरी है ये तो आपने जान लिया। साथ ही इसके खाने का तरीका और इसकी history की जानकारी भी आपने ले ली।
हमे comment में बताए की आपको हमारी पोस्ट ORS full form in Hindi कैसी लगी, कोई सवाल हो तो ज़रूर पूछे।