GPRS full form – General Packet Radio Service
दोस्तों Mobile फ़ोन के खोज़ नें इस दुनिया को ही बदलकर रख दिया है। Mobile फ़ोन की खोज़ ने दुनिया में संचार क्रान्ति ला दी है। संचार क्रान्ति लाने के साथ ही Mobile ने हमारे आम जन-जीवन पर भी व्यापक असर डाला है।
इसी Mobile फ़ोन से ही जुड़ा हुआ एक शब्द है GPRS। शायद आपने इसके बारे में सुना भी होगा और हो सकता है कि आप ये जानतें भी होंगे कि GPRS क्या होता है। लेकिन अगर बात की जाए GPRS के फुलफॉर्म की तथा इससे जुड़ी अन्य Information की तो बहुत कम लोगो को ही GPRS के बारे में पता होता है।
आइये सबसे पहले जान लेते हैं कि GPRS का फुलफॉर्म क्या होता है?
GPRS full form in Hindi

GPRS का फुलफॉर्म – General Packet Radio Service
GPRS in Hindi – जनरल पॉकेट रेडियो सर्विस
GPRS और इंटरनेट
असल मे GPRS का शब्द Internet से जुड़ा हुआ है। हालाँकि आज के समय में Internet में इसका अधिक Use नहीं होता है। लेकिन Internet की शुरुआत में जब Mobile Phone में सिर्फ़ 2G और 3G Internet ही चला करते थे तब GPRS काफ़ी प्रचलित शब्द हुआ करता था।
दरअसल GPRS को Mobile Phone में Internet को चलाने के लिए माध्यम के रूप में Use किया जाता है। शुरू-शुरू में ये सिर्फ़ 2G Network देनें का ही काम करता था लेकिम बाद में इसे Update किया गया तो ये 3G नेटवर्क Provide करनें के भी योग्य हो गया था। GPRS द्वारा किसी फ़ोन को 56kb/sec से 114kb/sec तक का ही Net स्पीड दिया जा सकता था।
GPRS और GSM
GPRS को GSM सर्विस का Updated रूप भी माना जाता है। GSM जो कि Mobile फ़ोन में लगने वाले SIM Card की सुविधा को कहा जाता है। शुरुआत में Mobile फ़ोन द्वारा दी जाने वाली SMS तथा Internet आदि की Services सिर्फ GSM पर ही निर्भर करती थी। लेकिन GPRS की खोज़ के बाद ये सभी Service इसी की मदद से दी जाने लगी।
जहाँ GSM की मदद से 1 मिनट में सिर्फ़ 6-10 Message भेजे या Recieve जा सकते थे वहीं GPRS की मदद से अब मात्र 1 Minute में 30 Message तक भेजे और Receive किये जा सकते थे। इस तरह से धीरे- धीरे GPRS नें GSM को Replace किया।
GPRS की मदद से Mobile फ़ोन में निम्न Services देना बिल्कुल आसान हो गया-
- SMS और मेसैज Service
- लगातार चलने वाली Internet Service
- Multimedia Message Service (MMS) सेवा
- Instant Message
- स्मार्टफोन में Internet सुविधाएं।
- Internet की मदद से अन्य Network से जुड़ना।
GPRS की हिस्ट्री
यहाँ पर आपको ये भी बता दें कि GPRS की खोज़ का श्रेय बर्नहार्ड वाल्के और उनके Student पीटर डेकर को दिया जाता हैं। इन दोनों ने ही मिलकर पहली बार दुनिया मे Internet सेवाओं को शुरू करनें के लिए GPRS की खोज़ की थी।
GPRS पोस्ट पर हमारी राय
दोस्तों अब भले ही Smartphone के आने के बाद और 4G तथा 5G नेटवर्क की शुरुआत के बाद GPRS ज़्यादा अस्तित्व में ना रह गया हो, लेकिन Internet को आम लोगों की पहुँच तक बनाने का काम GPRS की मदद से ही संभव हो सका है। GPRS को 2.5G भी कहा जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि GPRS को 2G यानी कि Second Generation तथा 3G यानी Third Generation के मध्य का माना गया है।
इस पोस्ट में हम ने जाना GPRS क्या है इसके काम और GPRS full form in Hindi. हमे comment में बताये की आपको ये पोस्ट कैसी लगी. कोई सवाल हो तो ज़रूर पूछे.
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